राजस्थान में किसानों का जमीं में गढ़े खोदकर अंदर बेठना,
एक दो दिन नहीं, पिछले कई दिनों से,
आपके विचार क्या है,
या तो किसान पागल है,
या तो किसान के पास काम नहीं है,
या तो किसान किसी पार्टी का समर्थन कर रहे हैं,
या तो किसान राजनीति कर रहा है,
या तो किसान गलत हैं,
राजस्थान सरकार इस बात पर भी चुप क्यों हैं?
यदि किसान गलत हैं, तो बोल देना चाहिए,
सही है तो, उनकी मांगों को मान लिया जाए,
देश का कोई नागरिक यदि कोई मांग कर रहा हैं, सब लोग जान रहे हैं कि राजस्थान में किसानों का धरना जारी हैं,
यहां तक कि प्रधानमंत्री तक सबको पता है,
फिर भी सब चुप है,
अपनें अगले चुनाव के लिए तैयार हो रहें हैं,
मानवाधिकार आयोग के लोग भी चुप हैं,
आदमी अपना शरीर जमीन के अंदर रखने से, उनके शरीर में कितनी बिमारियों को मौका मिलता हैं,
इंसानियत के नाते तो, एक बार उन्हें जमीन से बाहर आने का मौका दो,
बाहर निकालने पर तुले हो, इसलिए तो किसान मजदूरी छोड़ कर जमीन पकड़ कर बैठे हैं,
उनके भी बाल बच्चों को भूख लगती हैं,
यह ब्लॉग कुछ सामाजिक कार्य , मनोरंजन, आर्थिक रूप और जीवन में भागीदार हैं सामाजिक विचारों का दर्पण दिखाने का प्रयास किया है हिंदी को महत्व देते हुए, धर्म और कर्म की ओर आप सभी दोस्तों के लिए मार्गदर्शन हों ।
शनिवार, अक्टूबर 21, 2017
किसान भूमि सत्याग्रह ?
सोमवार, अगस्त 07, 2017
राखी का त्यौहार
रक्षाबंधन का यह पवित्र त्यौहार इस बार सोमवार को होगा जोकि इसके खास होने कि एक वजह है। आप सोचते होगे कि सोमवार में ऐसा क्या खास है।
दरअसल यह साधारण सोमवार नहीं बल्कि सावन माह का पावन और अंतिम सोमवार है। सावन सोमवार होने के कारण यह दिन बहुत सौभाग्यशाली है और भोलेनाथ की कृपा भी इस दिन बनी रहती है। हालांकि
रक्षाबंधन के संबंध में यह मान्यता जुड़ी हुई है कि देवताओं के गुरु बृहस्पति ने ही देवराज इंद्र को असुरों पर विजय पाने के लिये रक्षा बंधन का सुझाव दिया था जिसके बाद इस त्यौहार को मनाने का चलन शुरु हुआ।
राखी पर लगेगा ग्रहण
7 अगस्त 2017 को मनाये जा रहे रक्षाबंधन पर चंद्र ग्रहण भी लग रहा है। हालांकि ग्रहण रात्रि 10 बजकर 52 मिनट पर शुरु होगा लेकिन ग्रहण का सूतक दोपहर बाद 1 बजकर 52 मिनट से ही आरंभ हो जायेगा जो रात्रि के 12 बजकर 49 मिनट तक रहेगा। इसलिये सलाह है कि इस वर्ष रक्षाबंधन का अनुष्ठान भद्रा समाप्ति के पश्चात यानि 11 बजकर 4 मिनट से चंद्रग्रहण के सूतक लगने से पहले
यानि 1 बजकर 52 मिनट तक कर लेना चाहिये।
शुभ महूर्त
रक्षा बंधन तिथि - 07 अगस्त 2017,सोमवार
अनुष्टान समय - 11:04 से 21:12 (07 अगस्त 2017)
अपराह्न मुहूर्त - 13:46 से 16:24 (07 अगस्त 2017)
प्रदोष समय रक्षा बंधन मुहूर्त - 19:03 बजे से 21:12 (07 अगस्त 2017)
पूर्णिमा तिथि प्रारंभ - 22:28 बजे (06 अगस्त 2017)
पूर्णिमा तिथि समाप्त - 23:40 बजे (07 अगस्त 2017)
भद्रा समाप्ति समय - 11:04 बजे (07 अगस्त 2017)
चंद्र ग्रहण सूतक - 13:52 बजे (07 अगस्त 2017)
देवा जांगिड़
की तरफ से सभी पाठकों को रक्षा बंधन की हार्दिक शुभकामनाएं और
हम आशा करते है कि आप के बीच यूँही प्रेम, स्नेह बना रहें।रविवार, मई 28, 2017
कभी दिल्ली देखी हैं ?
मुझसे किसी ने पुछ लिया,
“क्या तूने कभी दिल्ली देखी हैं”
****
मैं डर गया था उस वक्त,
क्युंकि हर पल हर घडी हम सुनते रहते हैं “दिल्ली”
हमारे गाँव में जब मतदान होता हैं तब यह जगह बहुत फेमस हो जाती हैं,
“क्या तूने कभी दिल्ली देखी हैं”
****
मैं डर गया था उस वक्त,
क्युंकि हर पल हर घडी हम सुनते रहते हैं “दिल्ली”
हमारे गाँव में जब मतदान होता हैं तब यह जगह बहुत फेमस हो जाती हैं,
कानों में कुछ शब्द आते जाते रहते हैं, ‘ दिल्ली’ ‘नई दिल्ली’ ‘सरकार’ ‘केंद्र’ ‘विकास’ और ‘गरिबी’,
लेकिन गरिबी को छोड़कर बाकी नाम वाली सभी जगह अब तक देखी नही थी,
हमारे गाँव के बडे बुढे कहते थे, अबकी बार हाथ की सरकार आई हैं, अबकी बार फूल की सरकार आई हैं,
हम गाँव के चोक जाकर देखते थे, पर खाली आंखे मुझसे पुछती थी, बेटा सरकार अभी तक दिख नही रही,
आखिर हमने जब कभी गाँव वालों से पुछा तो बोले, बेटा वो तो आकर चली गयी, अबकी देखते हैं कौन्सी आवे हैं,
पिछले तीस सालों से हमको यही जवाब मिलता था.
एक हमारे गाँव वाला भी हमारे अन्गुलियों के नाखून काला करवा के दिल्ली गया था,
पांच साल हो गया,
अब यह दिल्ली देखने की बात कर रहा था,
फिर डर तो लगना ही था,
कहीं उसको भी इसी तरह दिल्ली ले गया होगा,
गाँव वालों ने कह रखा था, अंजान आदमी आता हैं दिल्ली ले जाता हैं और बेच देता हैं,
दादाजी की कही बात आज सच हो रहि लग रहा था,
मेने आव देखा न ताव,
गायों के लिये इकठ्ठे किये चारे के ढेर में घुस गया,
क्युंकि कुछ साल पहले भी हमारे गाँव शादीशुदा लोग भी पेड़ो पर और छुप छुपकर दिन काटते थे,
आज मुझे भी यही लग रहा था,
मैने अपनी जान की परवाह किये बगेर हिम्मत करके उस आदमी से पुछ ही लिया :-
बताओ, वो आदमी का क्या किया तुमने,
जो हमको कहकर गया था कि “ मैं दिल्ली जाकर आता हुँ”
लेखक :- देवा जाँगिड़ “बान्ड”
नोट:- कृपया लेख में काट छाँट ना करें, ऐसा करने पर हमारी कोई जिम्मेदारी नही रहेगी.
अत: आप पर कानूनी संकट आ सकता है !
धन्यवाद
लेकिन गरिबी को छोड़कर बाकी नाम वाली सभी जगह अब तक देखी नही थी,
हमारे गाँव के बडे बुढे कहते थे, अबकी बार हाथ की सरकार आई हैं, अबकी बार फूल की सरकार आई हैं,
हम गाँव के चोक जाकर देखते थे, पर खाली आंखे मुझसे पुछती थी, बेटा सरकार अभी तक दिख नही रही,
आखिर हमने जब कभी गाँव वालों से पुछा तो बोले, बेटा वो तो आकर चली गयी, अबकी देखते हैं कौन्सी आवे हैं,
पिछले तीस सालों से हमको यही जवाब मिलता था.
एक हमारे गाँव वाला भी हमारे अन्गुलियों के नाखून काला करवा के दिल्ली गया था,
पांच साल हो गया,
अब यह दिल्ली देखने की बात कर रहा था,
फिर डर तो लगना ही था,
कहीं उसको भी इसी तरह दिल्ली ले गया होगा,
गाँव वालों ने कह रखा था, अंजान आदमी आता हैं दिल्ली ले जाता हैं और बेच देता हैं,
दादाजी की कही बात आज सच हो रहि लग रहा था,
मेने आव देखा न ताव,
गायों के लिये इकठ्ठे किये चारे के ढेर में घुस गया,
क्युंकि कुछ साल पहले भी हमारे गाँव शादीशुदा लोग भी पेड़ो पर और छुप छुपकर दिन काटते थे,
आज मुझे भी यही लग रहा था,
मैने अपनी जान की परवाह किये बगेर हिम्मत करके उस आदमी से पुछ ही लिया :-
बताओ, वो आदमी का क्या किया तुमने,
जो हमको कहकर गया था कि “ मैं दिल्ली जाकर आता हुँ”
लेखक :- देवा जाँगिड़ “बान्ड”
नोट:- कृपया लेख में काट छाँट ना करें, ऐसा करने पर हमारी कोई जिम्मेदारी नही रहेगी.
अत: आप पर कानूनी संकट आ सकता है !
धन्यवाद
बुधवार, मई 17, 2017
मेरा राम न्यारा रे
मेरा राम न्यारा रे,
नाम रंग रूप और आकारा रे,
मेरा राम न्यारा रे !!
ना प्रसाद लेता मुझसे वो,
ना धूप धुकारा रे !
ना भंगवा पहनन को कहता,
ना त्यागन को संसारा रे !!
मेरा राम………….,
नाम रंग रूप और आकारा रे,
मेरा राम न्यारा रे !!
ना प्रसाद लेता मुझसे वो,
ना धूप धुकारा रे !
ना भंगवा पहनन को कहता,
ना त्यागन को संसारा रे !!
मेरा राम………….,
ना कहता मुंडन को माथा,
ना ही मुँछ कटारा रे !
जटा बढावन ना बोले,
ना भस्म खेलन अंगारा रे !!
मेरा राम…………,
ना ही मुँछ कटारा रे !
जटा बढावन ना बोले,
ना भस्म खेलन अंगारा रे !!
मेरा राम…………,
ना मंदिर, ना मस्जिद बनाना,
ना ही चर्च गुरूद्वारा रे !
ना कहता तिर्थाटन जाओ,
ना नहाना गंगधारा रे !!
मेरा राम……………,
ना ही चर्च गुरूद्वारा रे !
ना कहता तिर्थाटन जाओ,
ना नहाना गंगधारा रे !!
मेरा राम……………,
मक्का काशी मगहर ना भेजे,
ना पूजावे चांद तारा रे !
नवरात्र रोजा ना रखावे,
ना करता बकरा भैंसा आहारा रे !!
मेरा राम………….,
ना पूजावे चांद तारा रे !
नवरात्र रोजा ना रखावे,
ना करता बकरा भैंसा आहारा रे !!
मेरा राम………….,
न वाद्य आरती मे,बांग न अजान मे,
न मद्य मे मतवारा रे !
चादर गहना बलि ना माँगे,
न टोपी पगडी तलवारा रे !!
मेरा राम…………..,
न मद्य मे मतवारा रे !
चादर गहना बलि ना माँगे,
न टोपी पगडी तलवारा रे !!
मेरा राम…………..,
ब्राह्मण काजी पादरी,
और पीर फकीरा रे !
एक सरीखा वांकु सब,
काला गौरा निर्धन अमीरा रे !!
मेरा राम…………..,
और पीर फकीरा रे !
एक सरीखा वांकु सब,
काला गौरा निर्धन अमीरा रे !!
मेरा राम…………..,
रैण दिवस क्या ह्र्दय से अर्ज कर,
सोवत जागत अंदर बाहरा रे !
हम बालक तेरे तुम नाथ हमारे,
प्रभु “देवा” मूर्ख फिर भी तेरा प्यारा रे !!
मेरा राम………..,
सोवत जागत अंदर बाहरा रे !
हम बालक तेरे तुम नाथ हमारे,
प्रभु “देवा” मूर्ख फिर भी तेरा प्यारा रे !!
मेरा राम………..,
हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई एक ही हैं,
ये तो जग का धारा रे !
जीव निर्जीव सारे उंके घडे,
तुम और ये देवा सुथारा रे !!
मेरा राम न्यारा रे,
नाम रंग रूप और आकारा रे !
मेरा राम न्यारा रे !!
ये तो जग का धारा रे !
जीव निर्जीव सारे उंके घडे,
तुम और ये देवा सुथारा रे !!
मेरा राम न्यारा रे,
नाम रंग रूप और आकारा रे !
मेरा राम न्यारा रे !!
शुक्रवार, मई 12, 2017
गरीब आदमी, संसद का सदस्य
देश में पेट्रोल की कीमत कैसे तय होती है, उसका पूरा प्रोसेस इस प्रकार है :-
कच्चे तेल की वर्तमान कीमत = 50 डॉलर प्रति बेरेल।
(जहाँ, $1 = 63/-
और 1 बेरेल = 159 लीटर )
यानी, $50 = Rs.3150/-
1 लीटर कच्चा तेल भारत खरीदता है (3150/159) =19.80 रुपयों में।
1 लीटर पेट्रोल बनाने के लिए लगने वाला कच्चा तेल -
0.96 लीटर @19.80/- = 19.00/-
अब कच्चे तेल में से
एक लीटर पेट्रोल बनाने की फिक्स्ड कीमत होती है 6 रूपये (ट्रांसपोर्टेशन मिलाकर)।
यानी, 19.00 रूपये + फिक्स्ड कीमत, 6 रूपये = 25.00 रूपये में एक लिटर पेट्रोल बनता है।
अब उसमे केंद्र सरकार का टेक्स लगता है, 25% यानी 6 रूपये।
यानी 25 + 6 = 31 रूपये।
और उपर से
फिर राज्य सरकार के टेक्स जैसे VAT,
जिसे हम एवरेज 15% गिने तो होते है 5 रूपये यानी कुल मिलाकर होते है 36 रूपये।
और आखिर में पेट्रोल पंप डीलरों को पर लीटर 90 पैसे कमिशन दिया जाता है तो होते है कुल 37 रूपये।
लेकिन फिर भी आज हमे 73/- प्रति लीटर में पेट्रोल मिल रहा है॥
कृपया कड़ी मेहनत
से प्राप्त हुई ये जानकारी देश के हर एक नागरिक तक पहुँचाने की कोशिश करे ।
शान है या छलावा...।
पूरे भारत में एक ही जगह ऐसी है जहाँ खाने की चीजें सबसे सस्ती है ।
चाय = 1.00
सुप = 5.50
दाल= 1.50
खाना =2.00
चपाती =1.00
चिकन= 24.50
डोसा = 4.00
बिरयानी=8.00
मच्छी= 13.00
ये सब चीजें सिर्फ
गरीबों के लिए है और ये सब Available है भारतीय संसद भवन की कंटिन में।
और उन गरीबों की पगार है 80,000 रूपये महीना वो भी बिना इंकम टेक्स के
कि यही कारण है कि इन्हें लगता है कि जो आदमी 30 या 32 रूपये रोज कमाता है वो गरीब नहीं हैं।
छप्पन इंस का सीना
56” इंस का सीना
देश में आँतकवादी रोज आ रहे हैं,
नक्सलवादी जोर अपना दिखा रहे हैं,
बिना सर के धड़ , शहीद के आ रहे हैं,
और वो घर घर शोचालय बना रहे हैं,
पार्टी वाले हर हर मोदी गा रहे हैं,
विपक्ष के घोटाले गिना रहे हैं,
डिजिटल धन अपना रहे हैं,
पढे लिखों से अँगूठे
लगवा रहे हैं,
बच्चो से आधार का प्रचार करा रहे हैं,
पतंज्ली की पुत्रबिजक दवा चला रहे है,
पत्नी को भुलाकर बेटी बचाओ कह रहे है,
तीन तलाक से डर रहे हैं,
गौ सेवक को गुंडा समझ रहे हैं,
पाक में बिन बताये चाय पी के आ रहे हैं,
कशमीर के लिये यूएस यू के जा रहे हैं,
चश्मे मे स्व्स्छ भारत लिखा रहे हैं,
चर्खे में फोटो अपना छपा रहे हैं,
नोटो में गांधी को घुमा रहे हैं,
वोटो में खादी को झुमा रहे हैं,
या तो सीना छोटा करा रहे हैं
या ‘देवा’ बयान भुला रहे हैं,
ए ‘जाँगिड़’ कई गीत गा रहे है,
अब ‘बान्ड’ में अच्छे दिन आ रहे हैं.!
रविवार, अप्रैल 09, 2017
आखिरअक्षय कुमार ने भारतीय जवानों के लिये एप बना ही दिया
भारतीय सेना के लिए अक्षय कुमार का प्रेम किसी से छिपा नहीं है, जब भी कोई सैनिक शहीद होता है तो मदद के लिए अक्षय कुमार का नाम
सबसे पहले आता हैं |
सिर्फ अपनी फिल्मों से ही नहीं बल्कि अपने अंदर के भारत प्रेम ने भी अक्षय कुमार को देशभक्त बना दिया हैं | भारतीय शहीदों के परिवार की रक्षा और मदद के लिए कुछ दिनों पहले अक्षय ने भारत सरकार को एक सुझाव दिया था जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और
राजनाथ सिंह जी ने बहुत ही गंभीरता से लिया |
ये वेबसाइट रविवार से ही शुरू हो गई है और आनेवाले दिनों में जरूरत के हिसाब से इसमें अगर बदलाव की जरूरत हुई तो वो भी किया जाएगा.
ये वेबसाइट रविवार से ही शुरू हो गई है और आनेवाले दिनों में जरूरत के हिसाब से इसमें अगर बदलाव की जरूरत हुई तो वो भी किया जाएगा.
बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार और केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने ‘भारत के वीर’ नाम की वेबसाइट लॉन्च की है. इस वेबसाइट का मक़सद
सेना के शहीदों के परिजनों को आर्थिक सहयोग करना है. इस वेबसाइट का निर्माण भारत सरकार ने किया है. इसे 9 अप्रैल के दिन इसलिए लॉन्च किया गया है,
इस वेबसाइट का नाम
Bharatkeveer.gov.in है.
सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स यानि देश के अर्धसैनिक बल का कोई भी जवान अगर शहीद हो जाता है तो उसका पूरा डीटेल इस वेबसाइट पर डाला जाएगा. किसी भी तरीके से कहीं से भी मदद करनेवाला शख्स इस वेबसाइट के जरिए दान कर सकता है. सबसे पहले
मदद करने वाले शख्स को इस वेबसाइट पर अपना डीटेल डालना होगा,
फिर कितनी धनराशि वो देना चाहता है, इसका विवरण देना होगा. एक बार में 15 लाख तक का दान दिया जा सकता है|
देवा जाँगिड़
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